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२० सिवाय जूनानें ऊपर सहमत कबूल मा करै।। पाप कर वावाळायानें सज़ नें साहें धमकावो को बोजार लोक २१ प बोहे । एकमनोसथो बीजानें मय्यांदा न करोनें नें पक्षपणू न करोनें ईश्वर ने प्रभु विशुखोटने परसंद कीधा दूतानें साम्हें ए वात पालन करवानें हं तनें उकम आपू २२ हू ं । अचानक कोई ऊपर हात मा नाख वळी लेकि ना थापना साझोपण मत थाजे घोतानाने पवित्र राख । २३ ए वेळांथी केवळ जळ माथी परंतु तारा पेटनें माटे ने बारो वार२ बचैनोनें मादै लिग्यारर जाखन् रस पान २० कर । कोईना. पाप विधारनें माटै त्ये होण्नो हरावल धेनें मरटष थाय वळी कोईना पाछळ चालवावाळा थाय है बेजोयै कोईश्ना आछा काम परथम परघट थाय में च्ये बोजोरीत्यै थायरै त्ये गुप्त धावा नहीं सगे ।

६ छठ पर्व्व । - जिटळा चावर जूचाना ग्राधीन घाय है ये मोतानार धणियोंनें सऊ मर्यादानें नायक गौ को ईश्वरना नामनी ने उपदेश निन्दा धाय ज्येहोवना २ पण विश्वासो घणोरै भाइ थावाथी येहे । यानें तुच्छ करो न जाणे परंतु येोराना विश्वास की धागया नें वाल्हा नें कळना साझो थावाधो बलके येहोनो अधिक सेवा करै ए वात सिखाड वळो उपदेश कर । जो कोईप बोजो रोयै सोखे में घर देज वात अर्थात अमारा प्रभु यिशु खीष्टनी वात में ईश्वरनी सेवामा कामसरखो शीक्षा कबूल न करै । ● तो ये मसोस अहंकारी है में कांई जाणतो नथी परंतु पूछव ं नें वातना विषयमा भागडाथो मस्त चैनें अहंकारी है येथो विरुध में झगडा में बोजानी तुइमत नें शत्रुता नें ५ श्रपवित्र मन नें सचाई सिवाय लोकानो वादानुवाद

६ चळगौ रह । परंतु बेयरवाईनें साथै ईश्वरनो सेवा घणी
७ लाभ है। कम्क्ये एसंसारमा कामें कोई साथै ल्याया नथीं.
वळो ए ठोक है क्ये त्येथी क्रांई साथै ले जाना सकी ऐं नहीं ।

माटे मखा पहरवू थयाथो में बेघर वा थैयें । ९ परंतु ज्ये धनवान थावानी इच्छा करेके ये परिक्षामा नें फां दामा नें गहलका सूरत में हिंसा करवावाळी घणाशा अभि लावमा पडेकै को ज्ये सर्वनाशमा ने इलाकोमा लेोकैोनें १० हुनाव है। क्म्को धनलोभ सऊ भुंडा कामनी मूळ है

को ज्येनू लोभ कोईयें२ करोनें विश्वासनं मार्गधी भ्रान्त हैं ११ वळी पोतानें घटा दुखघो छेदी नाख्यौ । परंतु हे ईश्वर

ना मणोस तू ए सजयों भाग वळी साधता ने ईश्वरनो

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सेवा में विश्वास नें प्रेम नें सहवू में नरमीना याकूळ चाल १२ वावाळा थावैः । विश्वास सूरत ब्राछो वढावढ कर अनन्त

चायुदीय साह को ज्येना भोग करवावें तू ते गये है वो घण साक्षीयोनें सांन्हे बाळू प्रमाण कबूल कोधू १३ है । सऊना प्राणदाता ईश्वरना वळी खोट विशुनें

पण् सान्है क्ये ज्येणें पंतियस पीलात् नें सान्हे बाळू प्रमाण १० म्राप्य तनें हं ब्राचा आपूंछू को तू अमारा प्रभु यिशु खोट ना परघट थावा सुधो र हुकम निर्देषिथी पालन कर | १५ ज्येनें पोत्ना समयमा त्ये परघंट करशें को जये धन्य में काद्दि तीय धो राजाधिराज ने प्रभुवानो प्रभु ज्येनें सिवाय १६ अमरयणू वळी कोई नहीं । को ज्ये न जावा सकवानो जोतिमा रहवावाळा है ज्येनें को ईयें जाया नहीं नें जोया सकतेrपण नथी क्ये येनें पासै मर्यादा में अनंत पराक्रम नो स्तुति था । चामिन ।

१७

ए संसारमा धनवानोनें कम ग्राप को त्ये अभिमानी न घाय वळी विनाशो धनयर विश्वासपण न करें परंतु सजीव

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वस्तु व सूरतर्थी चयैछै । को ये आळू काम करें वळी

छाछा काम सूरत धनथो धनवान थाा वळी पुन्य करवानें १९ व्यार थावै। नें दान करवानें इच्छुक थावै।। वळी अनंत वायुदीय यासा करवानें धानहार समयनें बोधै पोतानाने २० माटै उत्तम नोम नाखै । हे तिमोवियस धर्मरहित में वृथा वात नें झूठो विद्यानो सूरत प्रसिद्ध विद्या को ज्येनें कांई २ २१ कास्था करीनें भक्तिना विषयमा भ्रान्त है ए सजनें मूकोनें ज्ये तारै पासे सांप्यू है त्ये पालन कर । अनुग्रह तज्पर भवा । ग्रामिन ।

माउस्यें ध्ये बीजै। पत्र विमोतियसने पासे लबोहते ।।

१ प म ।

ज्ये जोवाना बच्न खोष्ट विशुमध्ये सरखूं ईश्वरनी इच्छाधी यिशु खोष्टनो दूत पाउल पोताना वाल्हो पुत्र तिमेह २ तियसनें प से पत्र लखे है । ईश्वर पिता ने अमारे प्रभु ३ खीट यिशुधी अनुग्रह में दया ने शांति थावै।। ईपरनें पासे कं धन्यवाद करूंकूं को ज्यनें मारा पूर्व पुरुषथी निर्मळ अंतकरणथो हं सेवा करूंकू' तारा बांसु संभारीवें नें आनंद थो भरपूर धावानें माटै तम्नें जोवानें घण नाहोनें नें ज्ये '8 कपट विश्वास परथम तारा नाना लाईमा हतू ने तारी ५ मा इउनीकिमा इतू नें एमा हं अविश्वास पणहू को त्ये

तज्माण है ए याद करोनें हं सदा रात्र दापोतानी ६ प्रार्थगानो वेळां तने याद करुंकू । ए माटै ईश्वरनी आप

थको त्ये सामर्थ घाटवानें इं तनें याद देवंश को जो मारुं ७ हाथ बालवाचो तरा बच्मा छे । कों को ईश्वरयें श्रामनें वीवानो आत्मा मधी ग्रापो परंतु पराक्रम में प्रेम में छा ८ बिचारनी आत्मा आयो । एथी अमारा प्रभुनें साक्षीन वातमा नें त्येनें वंधोवान को हं हूं मारे माटैप बज्जित मा थाजे परंतु ईश्वरनो सामर्थनें सरखूं तू मंगळ ८. समाचार नें माहे दुखभागो थावैा । क्ये ज्येणें काम्ने जाण कोधू है नळी प्रवित्र तेड़ाहटयो अम्नें तेो ग्रमारा

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कामना सरखूं त्ये नहीं परंतु पोताना ज्ये बच्न नें ग्रनु ग्रह सृष्टिने पूर्व्व खीष्ट यिशुमा श्रमने श्राप्यू हत् १० व्यनें सरखूं । परंतु अमारा तारक यिशु खोकना दर्शण देवाय परघट छे को ज्येणे मृत्यु लोप को धोरै नें मंगळ समाचारथी काजवाळू नें अमरपणू परघट ११ कोधूंछे । ज्ये मंगळ समाचारतो जणावावाला ने दूत १२ में बीजादेशियानें सिखाडवावाळी हं निश्चय हूँ । एज् माटे इंपय् ए सऊ भोग करूंकू परंतु इं लज्जित नय क्वेंम्क्ये इं ज णूंहू को ज्येनी शरण लोधी है वळी हं ठीक जाणूंकू ं क्ये में त्यनें हृाथै ज्ये साधूंरै त्ये त्येदापासुधो ये १३ रक्षा करवा सके । व्ये परहेजनी वाप्त मज्यो तें सान्हळोद्दै त्येनो रोत खोट १४ त्येनो दृढ करनें साह |

पथकही ये कामारा

१५ थी रक्षा कर । तू जाणें

लिशुमा ज्ये विश्वास में प्रेम

ज्ये खासो वस्तु तारै पा बच्मा रहवावाळा धर्मात्मा को ग्रासियाना जिटळा लोक

त्ये मऊ मजधो फचारै को ज्ये होण्ना बच्मा फगेक्लस नें १६ धर्मगेनिस के । श्रोनेसिफोरस्ना घरना लोकोनें ऊपर प्रभु

दया करौ क्यैमक्ये त्ये मेें बार२ मनें त कोधोहतो नें मारी १७ सांकळघो लज्जित नाता । परंतु हम्मा रहिनें यत्नी १८ मारो खबर गोरो कोधोहतो नें मनें पाम्यै । हतैौ । वळी

प्रभु अनुग्रह करै कये त्ये दाढे प्रभुथो दया पामें एफिसस्‌मा पश् त्येखें जिटळा काममा मारी सेवा कीधी ए तू अशी रोत्ये जाणेछै ।

२ बोजे पर्व्व । - ए माटे हे मारा पुत्र तू खीष्ट यिशु २ ना अनुग्रहमा वळवान धावैौ । नें ज्ये वात घया साक्षिये । ने मध्य मारा मुखयो त्ये सान्हळी है ये विश्वासो लेाकाने पासे

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